मेरे लिए रोटीया पकाते पकाते ,
पॉव जल गये उनके
मेरी खवाहिशो को पुरा करते करते ,
पर एक शब्द भी इन्होने न कहा कुछ और न मांगा
बस उनकी एक ही खवाहिश हैं जो की मैं पुरा करुंगा
उनके बुढ़ापे में मैं उनका सहारा बनूँगा ,
हर कोशिश उनके लिए करुंगा ,
उनकी सारी ख्वाहिशो को तब मैं पुरा करुंगा
✍️राहुल . . .
Bahut sundar hai
जवाब देंहटाएंNyc
हटाएंAti sundar
जवाब देंहटाएंBahut acche
जवाब देंहटाएंKamal kr diya
जवाब देंहटाएंVery good
जवाब देंहटाएंNice
जवाब देंहटाएंBahut acha hai
जवाब देंहटाएंAcchii h
जवाब देंहटाएंNic🤗
जवाब देंहटाएंMata pita ko pranam ☺️
जवाब देंहटाएं,❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️
जवाब देंहटाएंVery good
जवाब देंहटाएंBahut khoob
जवाब देंहटाएंGajab kya khoob likha hai
जवाब देंहटाएंAdbhut bahut hi aacha
जवाब देंहटाएंVery good
जवाब देंहटाएंWoww 👏
जवाब देंहटाएंGjb♥️
जवाब देंहटाएं♥️♥️♥️♥️♥️♥️
जवाब देंहटाएंAwesome
जवाब देंहटाएंBhut accha
जवाब देंहटाएंबहुत अच्छा लिखा है
जवाब देंहटाएंThank You for giving your important feedback & precious time! 😊