तेरी हरेक अदा, धोखा मेरे फ़साने में
नहीं मिलेगा कोई दूजा, मेरे तराने में
मैं बैठ जाता हूँ लेकर तेरी हसीं मूरत
बड़ा निखरता था चेहरा, मेरे सजाने में
बहुत सताती है दिलबर तेरी हंसी यादें
तेरी जगह है वही देखो, मेरे घराने में
*(तेरा वजूद वही कायम, मेरे घराने में)*
क़भी चूड़ी,कभी बाली,कभी तेरी पायल
है सबका हाथ मेरे साथी,मेरे रुलाने में
के लौट आओ तुम्हें देता आख़िरी मौका
नहीं मिलेगा कहीं सचिन तेरे जमाने में
© सचिन गोयल
गन्नौर शहर, सोनीपत