मुख्यपृष्ठ तुझे अनदेखा करता रहा तेरी मस्तियाँ समझकर Co-founder अक्तूबर 21, 2023 तुझे अनदेखा करता रहा तेरी मस्तियाँ समझकरइस मसअले का कसूरवार मैं ही हूँ तेरा दोष नहींतेरा सब सामान बिंदी,चूड़ी, कजरा, लहँगे, वहँगेगँगा में बहा दूँगा सब ही तेरी अस्थियाँ समझकर© सचिन गोयलगन्नौर शहर,सोनीपत Facebook Twitter