छायावादी कवयित्री महादेवी वर्मा जी के पुण्यतिथि पर विशेष रचना
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चमकता हुआ सितारा थी वह
हिंदी साहित्याकाश की ध्रुवतारा थी
हिंदी माता के मंदिर में स्थापित
साक्षात देवी सरस्वती माता थी।
आधुनिक युग की थी वह मीरा
निर्गुण निराकार ब्रह्म की उपासक थी
छायावादी युग की थी आधार स्तंभ वह
जन गण मन की नायिका थी।
26 मार्च 1907 को जन्मी थी वह
जन्म शहर फर्रुखाबाद था
11 सितंबर 1987 को हुआ अवसान
स्थान त्रिवेणी संगम प्रयागराज था।
बाल विवाह हुआ स्वरूप नारायण वर्मा के साथ
पर रहती अविवाहित की तरह थी
साहित्य संगीत कला चित्रकारी अनुवादक
वह आजीवन पशु पक्षी की प्रेमिका थी।
अध्यापन से शुरू किया जीवन कर्म
आजीवन प्रयागराज महिला विद्यापीठ की प्रधानाचार्य थी
दया ममता करुणा की देवी थी वह
महान कवयित्री महादेवी वर्मा थी।
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--: रचनाकार :--
मुकेश कुमार दुबे "दुर्लभ"
( शिक्षक सह साहित्यकार)
सिवान, बिहार
( अप्रकाशित, मौलिक और स्वरचित रचना)