टीचर हमको रोज सताते
कभी पढ़ाते कभी खिलाते
दौड़ लगाकर खूब झिकाते
हिंदी अंग्रेजी करती परेशान
इतिहास भूगोल निकालें जान
गणित विज्ञान का खेल निराला
दिमाग का मेरे दही कर डाला
कोई खेल ना हमें खिलाएं
पढ़ा पढ़ा कर खूब रुलाए
गृह कार्य का खेल निराला
रोते-रोते पूरा कर डाला
-हर्षवर्धन सिंह,