कोई परिणाम नहीं मिला

    भारत है वीरों की धरती*

    *भारत है वीरों की धरती*


    देखि विरोधी थर थर कांपे वीर शिवा की शान।
    भारत है वीरों की धरती हम सबको अभिमान।
    धोखे मा कोई करे वार यदि तुरत होति है ढेर।
    शूर वीर साहस से लड़ते हैं भारत के शेर।
    दिव्य अश्व इनका मतवाला उड़ता पवन समान।
    भारत के सब वीर प्रतापी राखें तीर कमान।
    दिव्य तिरंगा फर फर फहरे खिले अनेकों रंग।
    भारत की पावन वसुधा पर पंछी करें उमंग।
    तिनका तिनका देश समर्पित भारत मां के लाल।
    एकटक रहतीं इनकी नजरें करते नित्य धमाल।
    नही डरा है नही डरेगा भारत है रणधीर।
    अटल इरादों के हमराही होते नही अधीर।
    जगह जगह शहनाई बाजे होते लाखों गीत।
    रंग प्रकृति का खिल रहा मधुर बजे संगीत।
    नमन शहादत को नित करता खिलती क्यारी क्यारी।
    "दिनकर" सम जगमग रहे वीर धीर फुलवारी।।

    *स्वरचित*✍🏽
    *पंकज सिंह "दिनकर"*
    *(अर्कवंशी) लखनऊ उत्तर प्रदेश*

    एक टिप्पणी भेजें

    Thank You for giving your important feedback & precious time! 😊

    और नया पुराने

    संपर्क फ़ॉर्म