*विधवा को तानें न दें-पुनर्विवाह कराएं*
बहुत बड़ी पीड़ा होती है,जब कोई विधवा होता है।
कहा,सहा नहीं जाता है,दर्द जीवन पर्यन्त होता है।।
किस्मत की,जो लकीरें हैं,नहीं बदलतीं वो होता है।
कुछ की उम्र गृहस्थी भी,परिपक्व नहीं ये होता है।।
ऐसी कहीं,किसी घटना में,कोई दिन ये कहीं आए।
मेरा सिर्फ यही कहना है,विधवा दोषी न कहलाए।।
ईश्वर की मर्जी के आगे,इंसा का कोई वश न होता।
घटता जीवन में जो कुछ,सब हरि इच्छा से होता।।
विधवा नहीं कसूरवार,उसको न भला-बुरा सुनाए।
जग जो देता ताना है, उसको मिलके रोका जाए।।
उसका सिंदूर मिट गया,दुनिया उसी को दोष देती।
क्या-क्या नहीं कहती है,दुःख में भी ताना है देती।।
मानव धर्म नहीं है ये,बहू भी तो किसी की बेटी है।
अपनी सोच बदले समाज,वो भी आपकी बेटी है।।
उसे भी जीने का हक है,उसे न जीवनभर तड़पाएं।
उम्र हो यदि अधेड़ उसकी,जीवन उसी घर बिताएं।।
वह भी प्राणी है घर की,हर काम में उसको हक है।
अपने बच्चों के पालन-पोषण, का उसको हक है।।
उम्र कम है यदि विधवा की,कोई शिशु न जाया हो।
जीवन कैसे बीतेगा,हमसफर का जब न साया हो।।
एक पिता की तरह खोजें, बहू का पुनर्ब्याह कराएं।
विधवा का आँसू पोंछें,उसका नव घर स्वयं बसाएं।।
खुशी मिलेगी ता जीवन, उसका आँसू नहीं बहाएं।
पुनर्ब्याह का हक है उसको,यह पुण्य आप कमाएं।।
जमाना जीने नहीं देता है,विधवाओं को इज्जत से।
कई खिलवाड़ करते हैं,मौका मिले तो इज्जत से।।
इसमें नहीं है कोई खराबी,उसका नया घर बसाएं।
विधवा विवाह नहीं हो,इस कुरीति को दूर भगाएं।।
मेरा कहना है समय नहीं ये,रूढ़िवादी विचारों का।
हो पुनर्विवाह विधवाओं के,समय है सुविचारों का।।
सर्वाधिकार सुरक्षित ©®
रचयिता :
*डॉ.विनय कुमार श्रीवास्तव*
सेवानिवृत्त वरिष्ठ प्रवक्ता-पी.बी.कालेज,प्रतापगढ़,उ.प्र.
(शिक्षक,कवि,लेखक,लघुकथाकार,समीक्षक व समाजसेवी)
जिलाध्यक्ष-अखिल भारतीय कायस्थ महासभा-प्रतापगढ़
इंटरनेशनल ज्वाइंट ट्रेजरर, 2023-2024, ए. सी.आई.
एलायंस क्लब्स इंटरनेशनल,कोलकाता,प.बंगाल,भारत
(वरिष्ठ समाजसेवी-प्रांतीय,राष्ट्रीय,अंतरराष्ट्रीय सेवा संगठन)