मुझे सांवरिया से लागी लगन
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मुझे सांवरिया से लागी लगन,
मैं तो हो गया उसी में मगन,
प्रभु मुझ पर कृपा करना।
मेरे घर भी आ जाना।
मुझे सांवरिया से -----
मुझे आता नहीं दूध बिलोना,
मुझे आता नहीं माखन बनाना,---२
मैं तो हार गया करके जतन,
मेरे घर भी आ जाना।।
मुझे सांवरिया से लागी लगन----२
मोरपंख मैं कहां से लाऊं,
कैसे मैं उसका मुकुट बनाऊं,---२
मुझे आता नहीं कोई संयम।
मेरे घर भी आ जाना।।
मुझे सांवरिया से लागी लगन----२
कहां से मैं एक बांस कटाऊं,
कैसे मैं उसका बांसुरी बनाऊं,
मुझे आता नहीं कोई उद्यम,---२
मेरे घर भी आ जाना।
मुझे सांवरिया से लागी लगन-----२
एक आसरा राधा रानी का,
उसी से प्रार्थना करूं लाने का,---२
कुछ न कर पाऊं मैं अर्पण,
मेरे घर भी आ जाना।।
मुझे सांवरिया से लागी लगन---२
"दुर्लभ" विनती करूं कान्हा से,
संग लाने के लिए राधा से,------२
तन, मन, धन सब तेरा तुझे करूं अर्पण।।
मेरे घर भी आ जाना।।
मुझे सांवरिया से लागी लगन,
मैं तो हो गया उसी में मगन,---२
मेरे घर भी आ जाना।।
मेरे घर भी आ जाना।।---२
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मुकेश कुमार दुबे 'दुर्लभ"
( शिक्षक सह साहित्यकार)
सिवान, बिहार