कोई परिणाम नहीं मिला

    कैसे भी पा जाएं जीत

    **********कैसे भी पा जाएं जीत**********
    *************************************
    कोलाहल में खो गया जीवन का संगीत
    कैसे प्रीत की रीत निभाएं कैसे गाएं गीत।

    संबंधों के बंधन टूटे मर्यादा की टूटी भीत
    टूट गए सब कश्में वादे कोई बना नहीं पाए मीत।

    आजादी हम पचा नहीं पाए इतने हम आजाद हुए
    अपनी बनाई नीति पे चलते भूल गए हम जग की रीत।

    जल्दी से हासिल हो सब कुछ सब्र समय है पास कहां
    किसी तरह मिल जाए मंजिल कैसे भी पा जाएं जीत।,,,,
                                 -गोपी साजन

    एक टिप्पणी भेजें

    Thank You for giving your important feedback & precious time! 😊

    और नया पुराने

    संपर्क फ़ॉर्म