सफलता की कुंजी

सफलता की कुंजी
---------***-----------
किसी गांव में एक गरीब किसान रहता था। उसका नाम सुखीराम था। उसकी पत्नी का नाम सुनीता था। उसकी एक बेटी थी,उसका नाम वाणी था। वह बहुत साहसी और चतुर थी। सुखीराम बहुत दयालु था।एक दिन की बात है,वह खेत पर से लौट रहा था तभी अचानक बहुत तेजी से गाड़ी आई और उसे टक्कर मार कर चली गई देखा उसको जब होश आया तो वह अस्पताल में भर्ती था। उसके बगल मे उसकी पत्नी सुनीता बैठी रो रही थी। और सुखीराम की बेटी भी बहुत दुखी थी। यह सब देखकर सुखीराम की आंखें भर आईं।उसको दुख इस बात का नहीं था कि उसका एक पैर टूट गया है। उसको दुख इस बात का था कि उसका परिवार कष्ट में है।लेकिन उनके पास पैसे नहीं थे। इसलिए सुखीराम अस्पताल में ज्यादा दिन तक नहीं रह सका।वह वापस घर आ गया।दो महीने बाद सुखीराम की मृत्यु हो गई।सुखीराम की मृत्यु के बाद तो उसके पत्नी पर दुखों का पहाड़ ही टूट पड़ा। उसने अपने आप को किसी तरह से संभाला। उसे अपनी बेटी का ध्यान जो रखना था। उसकी बेटी पंद्रह साल की हो गई थी। सुनीता ने आगे पढ़ने के उसका कालेज में नामांकन करवा दिया। वाणी पढ़ाई के साथ साथ अपने मां के कामों में मदद भी करती। सुनीता इतना मेहनत करने के बाद भी अपना घर खर्च मुश्किल से चला पाती थी।अब उसने अपने बचपन के हुनर को इस्तेमाल करने की सोची। इतने वर्षों में तो वह भुल ही गई थी कि उसे सिलाई करने भी आती है। उधार लेकर उसने एक सिलाई मशीन खरीदी और जुट गई इस नए काम में।अब धीरे धीरे उसकी आमदनी बढ़ने लगी। मां के साथ वाणी भी सिलाई सीखने लगी। कालेज की पढ़ाई पूरी करके वाणी आगे की पढ़ाई के लिए उसे विदेश जाना था जिससे अपने पिता के सपनों को पूरा कर सके। अतः उसकी मां ने किसी तरह से पैसे की व्यवस्था करके उसे विदेश भेजा। वहां जाकर वाणी कठिन परिश्रम करके अपनी पढ़ाई पूरी की और पांच साल बाद डांक्टर बनकर गांव वापस आ गई। उसे देखकर सुनीता के आंखों में ख़ुशी के आंसु आ गए। उसने पुत्री को गले लगा लिया।

शिक्षा:- सच्ची लगन और मेहनत से कठिन से कठिन परिस्थितियों का भी सामना करके हम अपना लक्ष्य प्राप्त कर सकते हैं।

         लेखिका --:-- दिव्या कुमारी
                  
                  
ग्राम पोस्ट पंजवार थाना रघुनाथपुर जिला सिवान बिहार पिन कोड 84 1509
expr:data-identifier='data:post.id'

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ
* Please Don't Spam Here. All the Comments are Reviewed by Admin.

7

6

- हम उम्मीद करते हैं कि यह लेखक की स्व-रचित/लिखित लेख/रचना है। अपना लेख/रचना वेबसाइट पर प्रकाशित होने के लिए व्हाट्सअप से भेजने के लिए यहाँ क्लिक करें। 
कंटेंट लेखक की स्वतंत्र विचार मासिक लेखन प्रतियोगिता में प्रतिभाग करने के लिए यहाँ क्लिक करें।। 


 

2