*सुंदर सपना*
**********
इक सुंदर सपना है अपना स्वर्ग से सुंदर सबका घर हो
नदिया,पर्वत,झरने,नाले फूलों से भरी हरएक डगर हो।
प्रेम पुजारी बनके रहें सब नहीं किसीको हो कोई गम
हंसती रहें सभी की आंखें आंख किसी की हो न नम।
योग करें सहयोग करें सब अर्पण और समर्पण हो
सब पर कृपा रहे राम की स्वच्छ ही मन का दर्पण हो।
सहनशीलता का सद्गुण हो एकही सबके दुखसुख हों
खिलेँ फूल की तरह सब ही सबके मुस्काते मुख हों।
तीज त्यौहार मनाएं मिलकर् रहें सभीहम हिलमिल कर
इक दूजे के काम आएं सब बात करें हम सब खुलकर।
सुबह प्रार्थना शाम प्रार्थना दिन भर मस्ती हंसती हो
सुख साधन के साथ शांति हो रोज ही महफिल सजती हो।,,,
-गोपी साजन