मेरे मन के भाव


1_खूबसूरत स्थान और व्यक्ति अकेले होने पर भी खूबसूरत ही होते है इन्हें किसी प्रसंशा की आवश्यकता नही होती।

2_ज़रूरत और ज़रूरी में अंतर है ज़रूरत आवश्यकता की पूर्ति के लिए और उस आवश्यकता के तहत उत्पन्न हुई ज़रूरत के लिए किसी का होना भी ज़रूरी है।

3_किसी अपने का हमे गले लगाना हमे अभूतपूर्व सुखों से भर देता है और हम अपने अतीत के समस्त दुखो को भूल जाते है कितना सुखद है किसी अपने का हमे गले लगाना।

4_तमाम उम्र गुज़ार दी हमने किसी के प्यार और एतबार पर इसके बाद भी हम उसे अपना न बना पाए।

5_कई बार हम ज़िन्दजी के उस पड़ाव से गुज़र रहे होते है जंहा न तो किसी के आने से ख़ुशी मिलती है और न ही किसी के जाने का दुःख होता है।

Lekhrani

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