कभी भरोसा मत करना

कभी भरोसा मत करना
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बदली की छांव का,पानी की थाह का
जल्दी की राह का वैश्या की चाह का
कभी भरोसा मत करना।

पागल की बात का नादान के साथ का
बरसात की रात का अजनबी की सौगात का।
कभी भरोसा मत करना।

चोरी के धन का मक्कार के फन का
अफसर के मन का रहीशों की अंजुमन का 
कभी भरोसा मत करना।,,,,, 
          
                                      -गोपी साजन।
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