मां की महिमा

हर कोई गलतियां ढूंढता है, गलतियों के साथ स्वीकार किया तूने ।
तुझसे ना बड़ा कोई होगा मां ।
दोस्त तो कई मिले हमको जमाने में, मतलब बिना दोस्ती निभाई तूने ।
तुझसे ना बड़ा कोई होगा मां ।
सब लोग प्यार से रहते पर ,प्यार का सही मतलब सिखा तुझसे ।
तुझसे ना बड़ा कोई होगा मां।
 मेरा तिल तिल मरना ना देखे कोई ,थोड़ा सा दर्द भी बड़ा दिखा तुमने ।
तुझसे ना बड़ा कोई होगा मां।
मैं कई बार असफल रही जीवन में, सफलता का सही मायने दिखाया तूने।
 तुझसे ना बड़ा कोई होगा मां ।
उजाले में तो सब साथ निभाते हैं ,अंधेरों में उम्मीद की किरण दिखाई तूने।
 तुझ से ना बड़ा कोई होगा मां।
 कई ख्वाहिशें आधी अधूरी है ,ठोकरें खाने के बाद भी साथ दिया है तूने ।
तुझसे ना बड़ा कोई होगा मां।
 मैंने जब अंबर को छूना चाहा ,अंबर को ही जमी पर ला दिया तूने ।
तुझसे ना बड़ा कोई होगा मां।

Ankita Patel 

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