मेरे जीवन में तुम्हारा प्रवेश

 मेरे जीवन में तुम्हारा प्रवेश ऐसा है की किसी शहर की गली के शोर के बीच शांति बद्ध सन्नाटे का होना । 

 मेरे जीवन में तुम्हारा प्रवेश ऐसा है जैसे नवीन श्वेत पन्ने पर काले रंग की कलम से पहला अक्षर लिखना । 

मेरे जीवन में तुम्हारा प्रवेश ऐसा है जैसे पतझड़ के बाद हरि - हरि और मुलायम पंखुड़ियों का वृक्षों पर         आना ।

 मेरे जीवन में तुम्हारा प्रवेश ऐसा है जैसे आधी रात में घुट - घुट कर रोने के बाद शांति और सुकून वाली निद्रा का आना। 

 कल्पनाओं से घिरी इस लड़की के जीवन में तुम्हारा प्रवेश ऐसा है जैसे उसकी कविताओं और कल्पनाओं  का कोई एक पहलू सत्य साबित हो जाना। 
         
                        ___EktaMishra ____
  
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