यूं जमीन पर बैठकर क्यूं आसमान देखता है पंखों को खोल जमाना सिर्फ उड़ान देखता है??

आज मन बहुत बिचलित है दो महान बिभूतियो के अतीत को देखकर चाहकर भी कर दो शब्द नहीं लिख सका था कल!कारण है जब 1980मे काशी हिन्दू विश्वविद्यालय बाराणसी का छात्र था तभी से मैं गांधी जी के इतिहास‌को पढ़कर नफरत करता था!वहींसियासी सन्त लालबहादुर शास्त्री जी से काफी प्रभावित था!
उनके जन्म स्थान मुगलसराय में मैं बार बार जाकर उस मिट्टी को प्रणाम भी कर आता था!बाराणसी में शिक्षा के दौरान मै अधिकतर चन्द्रशेखर आजाद के बाराणसी में ठीकानो की चर्चा करता देखता इलाहाबाद भी कई बार जाकर उस मिट्टी को प्रणाम किया जहां गांधी और नेहरू के कुटिल चाल में फंसकर महान क्रान्तिकारी आजाद को शहीद होना पड़ा! वहीं भगत सिंह के  साथ देश के गद्दार सियासत बाजों की धोखेबाजी को पढ़ सुनकर खून खौल उठता।मैं शुद्ध रूप से मानिए कथित राष्ट्रपति मोहनदास कर्मचन्द गांधी से आखरी नफरत करता था आज भी करता हूं?जब जब मैं चाटुकार इतिहासकारों के इतिहास को देखता हूं अनायास ही मन उद्वेलित हो उठता है!मिल गई आजादी बिना खड़ग बिना ढाल साबरमति के लाल तूने कर दिया कमाल?वाह साहब गजब की चाटुकारिता लाखों लाख लोगों की कुर्बानी, लाखों लाख नौजवानों की शहादत, हजारों हजार को काला पानी! महलों की सुख सुविधा छोड़कर रण में शौर्य की गाथा लिखने वाली झांसी की रानी!सहित तमाम रण बांकुरे आखिर किस लिए शहीद हो गए?
अंग्रेजों का चाटुकार‌, जिन्ना का झन्डाबरदार देश का ‌‌विखंडनकारी  पाकिस्तान का समर्थन कारी अखंड भारत का विनाशकारी कथित राष्ट भक्त? जिसके कर्मों के चलते आजादी के दुसरे दिन से ही लाखों लाख हिन्दुओं का कत्लेयाम सड़कों पर सैलाब के रूप में बह गया रक्त !को जब भी देश याद करता शर्म से सर झुका जाता है?सुभाष चन्द बोस को सियासत के हासीए पर खड़ा कर मनमानी करने वाला सियासी सन्त जिसने आजादी के बाद भी पाकिस्तान का किया समर्थन देश का जातिवाद पर करा दिया विखन्डन उनके साथ हादसा नहीं फैसला हुआ जिसका आज अधिकतर देश वासी कर रहे हैं समर्थन! महान बिधि वेत्ता पंडित नाथुराम राम गोडसे के अदालती बयान को प्रतिबन्धित किया गया था सार्वजनिक होने से रोका गया आखिर क्यों! सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर जब जन जन की जबानी गांधी की कहानी उजागर हुई तो लोग अचम्भित हो उठे।घृणा करने लगे! बरबस ही लोग कह उठते हैं नाथूराम को यह काम दस बरस पहले करना चाहीए था? देश के प्रधान मंत्री आजादी के बाद पटेल हुए होते तो शायद देश की तस्वीर कुछ और होती!सुभाष चन्द बोस को युद्ध अपराधी गांधी ने घोषित करा दिया! वर्ना आज देश की तस्वीर कुछ और होती !भगत सिंह को फांसी से बचाया जा सकता था! लेकिन गांधी ने सहयोग से मना कर दिया?आजाद को बरवाद करने में भरपूर सहयोग किया? आप लोग भी पंडित नाथूराम के बयान को पढ़ें आप का भी खून खौल उठेगा? आखिर ऐसे लोगों की किस बात के लिए सम्मान जिन्ना मुस्लिम लीग बनाकर देश की मिट्टी पलीत किया तो उसमें सहयोगी गांधी रहे! कश्मीरी रियासत के राजा हरी सिंह को मजहबी आधार पर कश्मीर के राजा पद से हटाने में तथा हैदराबाद निजाम को हिन्दू बाहूल्य प्रदेश होने पर भी बचाने में गांधी का हाथ रहा!अगर गांधी रहे‌ गए होते तो हैदराबाद भी कश्मीर जैसे स्वतन्त्र राज्य होता? मगर पटेल जी के गृहमंत्री बनने के बाद अकड़ कर खड़ा होने वाला निजाम की हेकड़ी धड़ाम हो गई!दो अटुबर को जब जगह जगह रघुपति राघव राजा राम के साथ ही मिलावटी भजन का प्रसारण होता है मन आहत हो जाता है!इस तरह का जश्न भगत सिंह आजाद बिस्मिल सुभाष बाबू अशफाक उल्ला खां का क्यों नहीं मनाया जाता! यह प्रश्न आज की पीढ़ी जोरदार तरीके से उठा रही है।बदलाव की हवा तेजी से इतिहास के प्रदूषित पन्नों को फ़ाड़ रही है! गद्दार इतिहासकारों के मन गढन्त कहानी की निशानी मिटा रही है? देश का लाल- लाल बहादुर शास्त्री के कार्यकाल को लोग दिल से सलाम करते हैं? सादगी की प्रतिमूर्ति राष्ट्रीय सोच से अलंकृत महान बिभूति की अनुभूति आज भी सुगन्ध बिखेरती है!जय जवान जय किसान के नारा को आज भी सारा हिन्दुस्तान सलाम करता है? 
देश की विकृत ब्यवस्था के लिए पूरी तरह जिम्मेदार साबरमति के सरदार का खात्मा नाथूराम गोडसे को बहुत पहले कर देना चाहीए था शायद भारत की तस्वीर आज कुछ और होती!आज मां भारती न सिसकती न रोती?आईए विकृति से लबरेज इतिहास का बहिष्कार करें! सच को स्वीकार कर!नव राष्ट के निर्माण में सहयोग करें! पंडित नाथूराम गोडसे की सोच को दिल से सलाम!! जयहिंद 🙏🏾🙏🏾


:- जगदीश सिंह सम्पादक
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