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    अब साँसे रुक गयी है मेरी जिंदा लाश हूँ

    अब साँसे रुक गयी है मेरी जिंदा लाश हूँ
    जो पड़ चुका है काला मैं ऐसा पलाश हूँ
    मैं घिर गया हूँ गम की एक स्याह रात में
    जिसका है तोड़ मौत सिर्फ़ ऐसा पाश हूँ
    © सचिन गोयल
    गन्नौर शहर,सोनीपत,हरियाणा

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