मत बोलें हिंदी उर्दू अब,
सबको यह समझना है।
आज हमें तो केवल हिंदी,
हिंदी दिवस मनाना है।
कितना भावों से हम खेले,
दे दे कर रह गए अकेले।
गले लगाते गले स्वयं ही ,
कल्याणी शिव बन गए डेले।।
सबका कर सम्मान स्वयं को,
हम भी हैं समझाना है।
आज़ हमें तो केवल हिंदी....
मै नहीं कहता उर्दू ना हो,
इंग्लिश और पंजाबी भी हो।
हिन्दी प्रमुख रूप से जय हो,
यह विज्ञान विश्व सम्मुख हो।।
भारत में हिंदी की जय हो
स्वाभिमान समझाना है।
आज हमें तो केवल हिंदी.....
मत बोलो हिंदी तो क्लिष्ट है,
दुनिया भर में यह विशिष्ट है।
गौरवशाली भरा व्याकरण,
देवतूल्य और कर्मनिष्ठ है।।
एक प्रयास से आ जाती है,
जन जन को समझाना है।
आज हमें तो केवल हिंदी....
हिन्दी दिवस पर स्वरचित - डॉ अखंड प्रकाश , कानपुर, यूपी