*गजल*
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बिन डंडे के टिके न झंडा कुछ तो कड़ाई चाहिए
अब अच्छाई और सच्चाई के लिए लड़ाई चाहिए।
बेईमान और मक्कारों का इलाज बहुत जरूरी है
इनके लिए तो यार मेरे अब कड़वी दवाई चाहिए।
कोरा नारा भाईचारे का अब चारा भाई बना है
नहीं भटकना है हमको अब केवल भाई चाहिए।
राष्ट्र हमारा सर्वोपरि है इसकी भलाई चाहिए
दुश्मन और गद्दारों की अब पूरी सफाई चाहिए।,,,,, -गोपी साजन