*गीत*
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आओ आओ मेरे पास आओ सनम
गीत कोई मुहब्बत का गाओ सनम।
आओ आओ मेरे पास आओ सनम।।
लंबी बाहों में तुमको झुलाऊंगी मैं
अपनी आंखों से तुमको पिलाऊंगी मैं।
सारे रंज और गम भूल जाओ सनम
आओ आओ मेरे पास आओ सनम।
गीत कोई मुहब्बत का गाओ सनम।।
फूल की तरह से खिलखिलाओ सनम
दिल की धरती को गुलशन बनाओ सनम।
सैर जन्नत की मुझको कराओ सनम
आओ आओ मेरे पास आओ सनम।
गीत कोई मुहब्बत का गाओ सनम।।
हुस्न की चांदनी में नहलाऊंगी में
खुद भी नाचूंगी तुमको नचाऊंगी मैं।
आज महफिल में जलवा दिखाओ सनम
आओ आओ मेरे पास आओ सनम।
गीत कोई मुहब्बत का गाओ सनम।।,,,, गोपी साजन