******संजीदगी कायम रखो******
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दौलत और शोहरत की खातिर गिरो ना
नुमाइश न अपने बदन की लगाओ।
दिखो खूबसूरत ये हक है तुम्हारा
खुद को संवारो तुम खुद को सजाओ।
संजीदगी अपनी कायम रखो तुम
जहां में तमाशा न खुद को बनाओ।
हावी न हों तुमपे नापाक नजरें
खुद को तुम मजबूत इतना बनाओ।
तरक्की करो खूब तुम झिलमिलाओ
नए युग की पहचान बन कर दिखाओ।,,,
गोपी साजन