कोई परिणाम नहीं मिला

    सहमे-सहमे

    सहमे-सहमे


    खूंखार शेर ने
    अपनी नई मांद में
    जश्न के साथ 
    किया प्रवेश 
    चंद शियारों ने
    बजाई ताली
    निरिह जानवर
    थे मूकदर्शक 
    सहमे-सहमे थे जो
    संभावित खतरों से।

                      -विनोद सिल्ला

    एक टिप्पणी भेजें

    Thank You for giving your important feedback & precious time! 😊

    और नया पुराने

    संपर्क फ़ॉर्म