और अंजान हो तुम अब मै चुप हूँ.
प्रेम को अभिव्यक्ति के लिए शब्दों की आवश्यकता नही होती,
थे भाव चेहरे पर खुद व खुद आ जाते है।...
प्रतीक्षारत व्यक्ति थक सकता है यदि
लौट आने की उम्मीद खत्म हो जाये तो
इसलिए अगर लौटने में देर हो तो
उम्मीद को जिंदा रखने के लिए.
लौट आने की उम्मीद देते रहने चाहिए.
मेरे माथे की गोल काली बिंदी उसके प्रेम का केंद्र हैं..
जाते जाते हमें भी अपने साथ ले जाते
तुम्हारे जाने के बाद खुदको खो दिया हमने
कई बार हम अपने लिए दुःख चुनते है
अपने अतीत में की गयी भूल को सुधारने के लिए
जिस प्रकार मेरे बिना तुम्हारी कविताये अधूरी है
उसी प्रकार तुम्हारे ज़िक्र बिना मेरी कविताऐ अपूर्ण है
जिस तरह मेरे बिना तुम्हारा जीवन की कल्पना करना मुश्किल है ठीक उसी तरह मेरे लिए भी तुम्हारे बिना जीवन की कल्पना करना मुश्किल है.
एक रोज़ दी थी दस्तक तेरे दरवाज़े पे
ताउम्र तेरे साथ बिताने के लिए
अब तेरी गली से गुज़रना भी न गंवार है मुझे
मैंने तुम्हें प्रेम दिया इसका मतलब यह नही.
तुम्हे प्रेम करने के पश्चात् मैं तुम्हारी अधिकारी बन गयी
प्रेम मे लाभ हानी जैसा कुछ है नहीं हो नहीं
मैंने प्रेम किया है व्यापार नही क्योकि अधिकतर
लोगों ने प्रेम में अधिकार को दिया है प्रेम कोई लक्ष्य थोडे ही है जिसको प्राप्त करना हमारा एक मात्र लक्ष्य हो
प्रेम जीने का विषय है पाने का नही - किसी वस्तु को पाना सरल है परन्तु किमी का प्रेम पाना दुर्गम है
प्रेम को जीना महत्वपूर्ण है
या प्रेम को प्राप्त करना ?
लेखा के लेख
प्रेम और मोह में अंतर है प्रेम आत्मा से होता है और मोह देह से
इसलिए दाह संस्कार के बाद शरीर नष्ट, हो जाता है जबकि प्रेम मरणोपरांत भी अमर रहता है।
लेखा
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