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    गीत

    गीत

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    साथ कमियों के अपनों को स्वीकार कर
    प्यार कर प्यार कर प्यार कर प्यार कर।।

    मीठे अल्फाज हों तीखी हो न जुबां
    ले मजा जीत का खुद को तू हार कर।
    प्यार कर प्यार कर प्यार कर प्यार कर।।

    रार रख न किसी से न तकरार कर
    दिल मिला दिल खिला दिल को गुलजार कर।
    प्यार कर प्यार कर प्यार कर प्यार कर।।

    सारे हल मसले हो जायेंगे एक दिन
    बात दिल की तू दिल से मेरे यार कर।
    प्यार कर प्यार कर प्यार कर प्यार कर।।,,,,,
                                    -  गोपी साजन

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