मुख्यपृष्ठसाहित्यिक लेख कुछ शब्द Content Lekhak जनवरी 21, 2023 किसी के फ़ासले का ,वो फ़साना बदल गया किसी को अपना लगे,वो अफ़साना बदल गया अपना मतलब देखकर ,बदल गए लोग औरकहने लगे शायर साहब ,ज़माना बदल गया मेरा संग देखने वाले मेरा ढंग देखने वाले ना मझहब जान पाए मेरे ज़बान का रंग देखने वालेAkhade Soham Subhash साहित्यिक लेख Facebook Twitter
Bahot badhiya Soham. Shabd ne dil ko chu liya...
जवाब देंहटाएंThe rhythm of your lines and spaces is great.
जवाब देंहटाएंI liked it a lot.
Very nice (kadak)
जवाब देंहटाएंToo good 👍
जवाब देंहटाएंNice Lines
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