प्राकृतिक आपदा

आपदा का आशय :
प्राकृतिक आपदाओं यथा भू-स्खलन सामान्यतः आपदा से आशय भूकम्प, सूखा, बाढ़, तूफान , ज्वालामुखी ओलावृष्टि, आँधी, महामारी उत्कापात, समुद्री, लहरें (सुनामी) आदि से है परन्तु व्यापक अर्थ में आपदा वह विषम स्थिति है जो मानव एवं अन्यु अन्यु जीव-जगत को व्यापक रूप से प्रभावित करती है। तथा सामान्य जीवन चर्या में भारी व्यवधान डालती है।

इस प्रकार जब मानव एवं जैवसमुदाय को प्राकृतिक मानवीय, पर्यावरणीय या सामाजिक कारकों द्वारा क्षति पहुँचती है तथा संकट या विपति का सामना करना पड़ता है, तो वह आपदा कहलाती है।

प्राकृतिक आपदा - सुनामी→

→ सागरों में सुनामी की उत्पत्ति अन्तः सागरीय, भूकम्प ज्वालामुखी विस्फोट एवं जलीय भूस्खलन के कारण होती हैं।

दिसम्बर को भारत तथा दक्षिण-पूर्व एशिया में 2004 126 शक्तिशाली भूकम्प के कारण जब समुद्र में सुनामी लहरें उत्पन्न हुई उत्पन्न हुई तो उनसे लाख से अधिक लोगों की मृत्यु हो गई थी। एक सामान्य अनुमान के अनुसार इस आपदा से लगभग देशों के " समुद्र तटीय भाग में बसी जनसंख्या प्रभावित हुई। 
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